3 Rakat Farz Namaz Ka Tarika | 3 रकात फर्ज़ नमाज़ का सही तरीका

क्या आप भी अक्सर सोचते हैं कि 3 Rakat Farz Namaz Ka Tarika क्या है? अगर हां, तो यहां हम आपको आसान और स्पष्ट लफ़्ज़ों में पूरा तरीका बताएंगे।

इस आर्टिकल में आपको मिलेगा अकेले 3 रकात नमाज़ कैसे पढ़ें, इमाम के पीछे 3 रकात नमाज़ कैसे अदा करें, हर रकात के स्टेप्स और नमाज़ की सही नियत तो चलिए बिना देर किए सीखते हैं।

3 रकात फर्ज़ नमाज़ कितने तरीकों से पढ़ी जाती है?

दरअसल 3 रकात फर्ज़ नमाज़ दो तरीकों से अदा की जाती है।

  1. अकेले में पढ़ना
  2. जमात में इमाम के पीछे पढ़ना

अब आइये नीचे दोनों तरीकों को आसान स्टेप्स के साथ समझें।

3 रकात फर्ज़ नमाज़ का तरीका (अकेले पढ़ते समय)

पहली रकात

  1. सबसे पहले फर्ज़ की नियत करें और हाथ बांध लें।
  2. सना सुब्हान क अल्लाहुम्मा पूरी पढ़ें।
  3. फिर अऊज़ बिल्लाह मिनश शैतानिर्रजीम पढ़ें।
  4. अब बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम पढ़ें।
  5. इसके बाद सूरह फातिहा पूरी पढ़ें और अंत में आमीन कहें।
  6. अब किसी भी सूरह को पढ़ें।
  7. अल्लाहु अकबर कहकर रुकूअ में जाएं और 3, 5 या 7 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
  8. फिर समीअल्लाहु लिमन हमिदह कहते हुए खड़े हों और रब्बना लकल हम्द पढ़ें।
  9. अब अल्लाहु अकबर कहते हुए सज्दा करें और उसमें 3 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ें।
  10. अल्लाहु अकबर कहते हुए उठें, थोड़ी देर बैठें और फिर दूसरा सज्दा करें।
  11. इसमें भी कम से कम 3 बार सुब्हान रब्बियाल अला पढ़ें।
  12. अब अल्लाहु अकबर कहते हुए दूसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं।

दूसरी रकात

  1. यहां सिर्फ अऊज़ बिल्लाह और फिर बिस्मिल्लाह पढ़ें।
  2. इसके बाद सूरह फातिहा पूरी पढ़ें और आमीन कहें।
  3. कोई भी सूरह पढ़ें।
  4. पहली रकात की तरह रुकूअ और सज्दे पूरे करें।
  5. अब बैठकर तशह्हुद अत्तहिय्यात पढ़ें।
  6. तशह्हुद पढ़ते हुए जब ला पर पहुंचे तो शहादत की उंगली उठाएं और इल्ला पर नीचे करें।
  7. फिर तीसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं।

तीसरी रकात

  1. दूसरी रकात की तरह ही अऊजु बिल्लाह और बिस्मिल्लाह पढ़ें।
  2. अब सूरह फातिहा पढ़ें और अंत में आमीन कहें।
  3. इस रकात में सूरह पढ़ना जरूरी नहीं है।
  4. अब अल्लाहु अकबर कहते हुए रुकूअ में जाएं और 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
  5. समीअल्लाहु लिमन हमिदह और रब्बना लकल हम्द कहते हुए उठें।
  6. फिर सज्दा करें और उसमें 3 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ें।
  7. उठकर थोड़ी देर बैठें और फिर दूसरा सज्दा करें।
  8. इसमें भी 3, 5 या 7 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ें।
  9. अब आखिर में बैठकर तशह्हुद , दुरूद इब्राहीम और दुआ-ए-मासूरा पढ़ें।
  10. लेकिन अत्तहियात पढ़ते हुए यहाँ भी ऊँगली उठाना है।
  11. आखिर में अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कह कर दोनों तरफ सलाम फेरें।

इस तरह आपकी 3 रकात फर्ज़ नमाज़ मुकम्मल हो जाएगी।

3 रकात फर्ज़ नमाज़ का तरीका (इमाम के पीछे जमात में)

पहली रकात

  1. नियत करें और इमाम के अल्लाहु अकबर कहने पर हाथ बांध लें।
  2. मन ही मन सना सुब्हान क अल्लाहुम्मा व बिहम्दिका… पढ़ें।
  3. अब खामोश रहें क्योंकि इमाम सूरह फातिहा और सूरह पढ़ेंगे।
  4. इमाम के अल्लाहु अकबर कहने पर रुकूअ करें और 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
  5. इमाम समीअल्लाहु लिमन हमिदह कहेंगे, तब खड़े होकर रब्बना लकल हम्द कहें।
  6. अब इमाम के साथ सज्दा करें और उसमें 3, 5 या 7 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ें।
  7. उठें और फिर दूसरे सज्दे में जाएं, उसमें भी यही पढ़ें।
  8. अब इमाम के साथ दूसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं।

दूसरी रकात

  1. इमाम की पूरी किराअत सुनें।
  2. उनके साथ रुकूअ और सज्दे करें।
  3. दूसरे सज्दे के बाद बैठें और तशह्हुद पढ़ें।
  4. तशह्हुद में ला पर उंगली उठाएं और इल्ला पर नीचे करें।
  5. अब तीसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं।

तीसरी रकात

  1. इमाम खामोशी से किराअत करेंगे, आप सुनते रहें।
  2. इमाम अल्लाहु अकबर कहेंगे तो रुकूअ करें और 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
  3. इमाम के साथ खड़े हों और रब्बना लकल हम्द कहें।
  4. अब सज्दा करें और उसमें सुब्हान रब्बियल अला पढ़ें।
  5. दूसरा सज्दा भी इसी तरह करें।
  6. आखिर में बैठकर अत्तहिय्यात, दुरूद इब्राहीम और दुआ-ए-मासूरा पढ़ें।
  7. अब इमाम सलाम फेरेंगे, आप भी उनके साथ सलाम फेरें – पहले दाहिनी तरफ और फिर बाईं तरफ।

इस तरह इमाम के पीछे आपकी 3 रकात नमाज़ पूरी हो जाएगी।

3 रकात फर्ज़ नमाज़ की नियत

3 रकात नमाज़ की नियत:

नियत की मैने 3 रकात (यहां नमाज का नाम लें) की फर्ज़ वास्ते अल्लाह ताअला के मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।

मगरिब की 3 रकात नमाज़ की नियत:

नियत की मैने 3 रकात नमाज ए मगरिब की फर्ज़ वास्ते अल्लाह ताअला के मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।

इमाम के पीछे इस तरह करें:

नियत की मैने 3 रकात नमाज ए मगरिब की फर्ज़ वास्ते अल्लाह ताअला के पीछे इस इमाम के मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।

अंतिम बात

अब आपने आसानी से सीख लिया कि 3 रकात फर्ज़ नमाज़ कैसे अदा की जाती है। कोशिश करें कि इसे सही तरीक़े से पढ़ें और दूसरों को भी सिखाएं।

अगर आपको कोई हिस्सा समझ में ना आए या लगे कि कहीं कुछ छूट गया है, तो हमें कॉमेंट करके ज़रूर बताएं। इंशाअल्लाह, आपकी मदद की जाएगी और आपको भी अज्र मिलेगा।