Eid Ki Namaz Ki Niyat: ईद की नमाज की नियत कैसे करें?

ईद उल फितर का दिन मुस्लिम उम्मत के लिए बेहद खुशियों और बरकतों वाला होता है। रमज़ान के पूरे महीने की इबादतों के बाद अल्लाह तआला अपने बंदों को इनाम के तौर पर ईद का तोहफा अता करते हैं।

इस दिन की सबसे अहम इबादत है ईद की नमाज। कई लोग ईद की नमाज की नियत को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं या आखिरी वक्त में गूगल पर सर्च करते हैं।

लेकिन अब आपको कहीं और जाने की ज़रूरत नहीं यहां आप Eid Ki Namaz Ki Niyat को हिंदी और अरबी दोनों में, बहुत ही आसान और साफ़ लफ़्ज़ों में सीखेंगे।


Eid Ki Namaz Ki Niyat

ईद की नमाज में 2 रकात की वाजिब नमाज अदा की जाती है, जिसमें छः ज़ायद अतिरिक्त तकबीरें शामिल होती हैं। नमाज शुरू करने से पहले सही नियत करना ज़रूरी है ताकि इबादत मुकम्मल और मकबूल हो।


ईद की नमाज की नियत हिंदी में

नियत की मैंने 2 रकाअत नमाज ईदुल फित्र की वाजिब ज़ायद छः तकबीरों के वास्ते अल्लाह तआला के पीछे इस इमाम के, मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ — अल्लाहु अकबर।


ईद की नमाज की नियत अरबी में

نَوَيْتُ أَنْ أُصَلِّيَ لِلّٰهِ تَعَالٰى رَكْعَتَيْ صَلَاةِ عِيدِ الْفِطْرِ مَعَ سِتِّ تَكْبِيرَاتٍ زَائِدَةٍ وَاجِبَ اللّٰهِ تَعَالٰى اقْتَدَيْتُ بِهٰذَا الْإِمَامِ مُتَوَجِّهًا إِلٰى جِهَةِ الْكَعْبَةِ الشَّرِيفَةِ اللّٰهُ أَكْبَرُ

Nawaitu-an usalliya lillahi ta‘ala rak‘atay salati ‘Eidul-Fitr ma‘a sitati takbirati za’idati wajiballahi ta‘ala, iqtadaytu bihazal imam, mutawajjihan ila jihatil Ka‘batish Sharifah, Allahu Akbar.


ईद की नमाज की नियत कैसे करें?

  1. सबसे पहले क़िब्ला की तरफ सीधा खड़े हो जाएं।
  2. नियत को अपने दिल में पक्का करें।
  3. ज़बान से कहना मुस्तहब है लेकिन दिल में नियत करना भी काफी है।
  4. नियत वही पढ़ें जो ऊपर दी गई है — हिंदी या अरबी में, जो आसान लगे।

ईद की नमाज की नियत कैसे बांधे?

  • जब इमाम साहब “अल्लाहु अकबर” कहें।
  • आप भी हाथ कान तक उठाएं और “अल्लाहु अकबर” कहें।
  • कान की लौ को हाथों से छूएं, फिर हाथों को नीचे बांध लें।
  • बायां हाथ नाफ़ के नीचे रखें और दायां हाथ बाएं हाथ पर रखें।
  • बाएं हाथ की कलाई को दाएं हाथ की अंगूठे और छोटी उंगली से हल्के से पकड़ें।
  • ऊपर की तीनों उंगलियां सीधी रखें — यही सुन्नत तरीका है।

इमाम और मुहतदी की नियत में फर्क

अगर आप इमाम हैं तो नियत में “इस इमाम के पीछे” और अरबी में iqtadaytu bihazal imam वाला हिस्सा नहीं पढ़ेंगे। बाकी पूरा तरीका वही रहेगा।


अंतिम लफ्ज़

प्यारे भाइयों अब आप ने Eid Ki Namaz Ki Niyat को हिंदी और अरबी दोनों में सीख लिया, साथ ही नियत करने का सही तरीका भी जान गए।

हमने कोशिश की है कि इस आर्टिकल में हर बात को आसान और स्पष्ट लफ़्ज़ों में समझाया जाए ताकि पढ़ने के बाद कोई कन्फ्यूजन न रहे।

अगर फिर भी कोई सवाल या शंका हो, तो नीचे कमेंट में ज़रूर पूछें। और इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें ताकि सब लोग ईद की नमाज को सही तरीके से अदा कर सकें।