जुम्मा का दिन मुसलमानों के लिए बहुत ही फ़ज़ीलत और बरकत वाला दिन है। इसी दिन की नमाज़ जुम्मे की नमाज़ न सिर्फ़ एक अहम फ़र्ज़ है बल्कि इसमें बेपनाह सवाब भी है।
बहुत से लोग जुम्मा की नमाज़ पढ़ते तो हैं, लेकिन नीयत के सही लफ़्ज़ों को लेकर अक्सर कन्फ्यूज़ रहते हैं। अगर आप भी हर हफ़्ते यही सोचते हैं कि जुम्मा की नमाज़ की नीयत कैसे करें? तो अब टेंशन छोड़िए!
यहां हम आपको जुम्मा की नमाज़ की नीयत को हिंदी और अरबी दोनों में, आसान अंदाज़ में बता रहे हैं। इस आर्टिकल को आख़िर तक ध्यान से पढ़ें इसके बाद आपको कहीं और नीयत ढूंढने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
Jumma Ki Namaz Ki Niyat
जुम्मा की नमाज़ की नियत जानने से कब्ल यह मालूम होना जरुरी है कि जुम्मा में सुन्नत, फर्ज़, और नफिल नमाज़ अदा की जाती है जिसमे सबके नियत अलग अलग होती है।
हम यहां पर सभी नमाज़ों का सही और आसान नियत एक एक करके बताया है जिसे जानने के लिए आपको पूरा आर्टिकल पढ़ना जरुरी है।
Jumma Ki 4 Rakat Sunnat Namaz Ki Niyat
हिंदी में नीयत:
नियत की मैंने 4 रकअत नमाज़ सुन्नत की, वास्ते अल्लाह तआला के, वक्त जुम्मे का, मुँह मेरा काबा शरीफ़ की तरफ़, अल्लाहु अकबर।
अरबी में नीयत:
نَوَيْتُ أَنْ أُصَلِّيَ لِلّٰهِ تَعَالٰى أَرْبَعَ رَكَعَاتِ صَلَاةِ الْقَبْلِ الْجُمُعَةِ سُنَّةِ رَسُولِ اللّٰهِ مُتَوَجِّهًا إِلَى جِهَةِ الْكَعْبَةِ الشَّرِيفَةِ، اللّٰهُ أَكْبَرُ
Nawaitu-an Usalliya Lillahi Ta’ala Arba’a Raka’ati Salati Qabl-al-Jumati Sunnat Rasulillahe Mutawajjihan ila Jihatil Ka’abatish Shareefati, Allahu Akbar.
Jumma Ki 2 Rakat Farz Namaz Ki Niyat
हिंदी में नीयत:
नियत की मैंने 2 रकअत नमाज़ फर्ज़ की, वास्ते अल्लाह तआला के, वक्त जुम्मे का, पीछे इस इमाम के, मुँह मेरा काबा शरीफ़ की तरफ़, अल्लाहु अकबर।
अरबी में नीयत:
نَوَيْتُ أَنْ أُصَلِّيَ لِلّٰهِ تَعَالٰى رَكْعَتَيْ صَلَاةِ الْجُمُعَةِ فَرْضًا اقتديتُ بهذا الإمام مُتَوَجِّهًا إِلَى جِهَةِ الْكَعْبَةِ الشَّرِيفَةِ، اللّٰهُ أَكْبَرُ
Nawaitu-an Usalliya Lillahi Ta’ala Rak’atay Salati Jum’ati Farzullahe Iqtadaitu Bihajal Imam Mutawajjihan ila Jihatil Ka’abatish Shareefati, Allahu Akbar.
Jumma Ke Baad 4 Rakat Sunnat Ki Niyat
हिंदी में नीयत:
नियत की मैंने बाद जुम्मा 4 रकअत नमाज़ सुन्नत रसूले पाक ﷺ की, वास्ते अल्लाह तआला के, मुँह मेरा काबा शरीफ़ की तरफ़, अल्लाहु अकबर।
अरबी में नीयत:
نَوَيْتُ أَنْ أُصَلِّيَ لِلّٰهِ تَعَالٰى أَرْبَعَ رَكَعَاتِ صَلَاةِ بَعْدَ الْجُمُعَةِ سُنَّةِ رَسُولِ اللّٰهِ، مُتَوَجِّهًا إِلَى جِهَةِ الْكَعْبَةِ الشَّرِيفَةِ، اللّٰهُ أَكْبَرُ
Nawaitu-an Usalliya Lillahi Ta’ala Arba Rakati Salati Ba’dal Jumu’ati Sunnat Rasoolillahi Mutawajjihan ila Jihatil Ka’abatish Shareefati, Allahu Akbar.
Jumma Ki 2 Rakat Sunnat (Baad Ki) Ki Niyat
हिंदी में नीयत:
नियत की मैंने 2 रकअत नमाज़ जुम्मा की सुन्नत रसूले पाक ﷺ की, वास्ते अल्लाह तआला के, मुँह मेरा काबा शरीफ़ की तरफ़, अल्लाहु अकबर।
अरबी में नीयत
نَوَيْتُ أَنْ أُصَلِّيَ لِلّٰهِ تَعَالٰى رَكْعَتَيْ صَلَاةِ بَعْدَ الْجُمُعَةِ سُنَّةِ رَسُولِ اللّٰهِ، مُتَوَجِّهًا إِلَى جِهَةِ الْكَعْبَةِ الشَّرِيفَةِ، اللّٰهُ أَكْبَرُ
Nawaitu-an Usalliya Lillahi Ta’ala Rak’atay Salati Ba’dal Jumu’ati Sunnat Rasoolillahi Mutawajjihan ila Jihatil Ka’abatish Shareefati, Allahu Akbar.
Jumma Ki 2 Rakat Nafl Ki Niyat
हिंदी में नीयत:
नियत की मैंने 2 रकअत नमाज़ नफ़्ल की, वास्ते अल्लाह तआला के, मुँह मेरा काबा शरीफ़ की तरफ़, अल्लाहु अकबर।
अरबी में नीयत:
نَوَيْتُ أَنْ أُصَلِّيَ لِلّٰهِ تَعَالٰى رَكْعَتَيْ صَلَاةِ النَّفْلِ، مُتَوَجِّهًا إِلَى جِهَةِ الْكَعْبَةِ الشَّرِيفَةِ، اللّٰهُ أَكْبَرُ
Nawaitu-an Usalliya Lillahi Ta’ala Rak’atay Salati Nafli, Mutawajjihan ila Jihatil Ka’abatish Shareefati Allahu Akbar.
जुम्मा की नमाज़ की नीयत कैसे करें?
- नीयत के अल्फ़ाज़ पूरे इरादे और ध्यान से पढ़ें।
- “अल्लाहु अकबर” कहते हुए दोनों हाथ कानों तक उठाएं।
- और कान की लौ को हल्के से छूकर नीचे लाएं।
- फिर बाएं हाथ को नाफ़ के नीचे रखें और उस पर दायां हाथ रखें।
- दाहिने हाथ की उंगलियों से बाएं हाथ को इस तरह थामें जैसे नमाज़ में करना सुन्नत है।
- अब अपनी नमाज़ शुरू करें।
आख़िरी बात
अब आपने जुम्मा की नमाज़ की नीयत को हिंदी और अरबी दोनों में सही तरीके से जान लिया है। आप जिस भाषा में चाहें, उसी में नीयत करके अपनी नमाज़ शुरू कर सकते हैं।
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