Tahajjud Ki Namaz Ka Tarika: अल्लाह के करीबी बनने का सबसे खूबसूरत वक़्त वही होता है जब सारी दुनिया सो रही हो और एक बंदा उठकर अपने रब के सामने सज्दा करता है।
तहज्जुद की नमाज़ ऐसी ही एक नफ़्ल नमाज़ है, जिसे अल्लाह तआला ने बहुत पसंद किया है। इस नमाज़ को अदा करने वाले बंदों के लिए बेशुमार रहमतें और बरकतें उतरती हैं।
आज हम आपको तहज्जुद की नमाज़ का सही तरीका आसान लफ़्ज़ों में बताएंगे – नियत, रकात, वक़्त सब कुछ। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको कहीं और तलाश करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
✨ Tahajjud Ki Namaz Ka Tarika
सबसे पहले समझ लें कि तहज्जुद की नमाज़ 2-2 रकात की नियत से पढ़ी जाती है। यानी एक बार में 2 रकात अदा करनी है, फिर चाहे 4, 6 या 12 रकात तक बढ़ा सकते हैं।
अब आइए इस 2 रकात का तरीका स्टेप-बाय-स्टेप जानते हैं ताकि आप आसानी से नमाज़-ए-तहज्जुद बिना रुके अटके सही से पढ़ कर रहमत व बरकत हासिल कर सकें।
पहली रकात
- सबसे पहले नियत करें।
- हाथ बांधकर सना पढ़ें।
- इसके बाद अउजुबिल्लाह… और बिस्मिल्लाह…पढ़ें।
- सूरह फातिहा पूरी पढ़ें और आहिस्ते से आमीन कहें।
- फिर सूरह इख़लास या कोई भी सूरह पढ़ लें।
- अब अल्लाहु अकबर कहकर रुकूअ में जाएं और 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
- समीअल्लाहु लिमन हमिदह कहकर उठें और रब्बना लक़ल हम्द कहें।
- फिर सज्दे में जाएं और 3 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ें।
- उठकर बैठें और फिर दूसरा सज्दा करें।
- अब दूसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं।
दूसरी रकात
- फिर से अउजुबिल्लाह… और बिस्मिल्लाह…पढ़ें।
- इसके बाद सूरह फातिहा और कोई सूरह जैसे सूरह इख़लास।
- रुकूअ करें और 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
- समिअल्लाहु लिमन हमिदह कहते हुए रूकूअ से उठें।
- फिर यहां भी उठने पर रब्बना लकल हम्द कहें।
- सज्दे में जाएं और 3 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ें।
- दो सज्दा करें और दूसरा सज्दा करने के बाद बैठ जाएं।
- तशह्हुद अत्तहिय्यात पढ़ें।
- ला पर उंगली उठाएं और इल्ला पर नीचे कर दें।
- फिर दुरूद-ए-इब्राहीम और दुआ-ए-मसूरा पढ़ें।
- आखिर में दाएं और बाएं अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कहकर सलाम फेरें।
इस तरह आपकी 2 रकात तहज्जुद मुकम्मल हुई। इसी तरह 2-2 रकात करके आप 4, 6, 8, यहाँ तक कि 12 रकात तक पढ़ सकते हैं।
🕌 Tahajjud Ki Namaz Ki Niyat
मैं नियत करता हूँ 2 रकात नमाज़-ए-तहज्जुद नफ़्ल की वास्ते अल्लाह तआला के, मुँह मेरा काबा शरीफ़ की तरफ, अल्लाहु अकबर।
नियत करते वक्त हाथ उठाकर कानों तक ले कर जाते हुए अल्लाहु अकबर कहें इसके बाद हाँथ नीचे लाकर नाफ के नीचे नियत बांध लें।
📖 Tahajjud Ki Namaz Ki Rakat
- कम से कम 4 रकात
- और ज़्यादा से ज़्यादा 12 रकात
ध्यान रहे यह नफ़्ल नमाज़ है इसलिए रकात फिक्स नहीं हैं।
⏰ Tahajjud Ki Namaz Ka Time
- तहज्जुद का सबसे अफ़ज़ल वक़्त: रात का आख़िरी तिहाई हिस्सा
- बेहतर है कि आप इसे फ़ज्र से एक घंटा पहले अदा करें।
- याद रखें, यह नमाज़ आधी रात के बाद उठकर, नींद से जागने के बाद ही पढ़ी जाती है।
✨ आख़िरी लफ़्ज़
अब आपने तहज्जुद की नमाज़ का सही तरीका जान लिया है। कोशिश कीजिए कि इस खास नमाज़ को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बनाएं। यह आपकी दुआओं को क़ुबूल करवाने का ज़रिया और दिल को सुकून देने का सबसे बेहतरीन वक़्त है।
अगर इस आर्टिकल में कोई कमी रह गई हो या आपको कुछ और जानना हो, तो हमें कॉमेंट में ज़रूर लिखें। इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें ताकि सब लोग तहज्जुद की बरकतों से फायदा उठा सकें।