Eid Ki Namaz Ka Tarika | ईद की नमाज़ का तरीका स्टेप-बाय-स्टेप

ईद का दिन मोमिनों के लिए अल्लाह तआला की एक बड़ी नेमत है। रमज़ान के रोज़ों और इबादतों के बाद जब ईदुल-फितर आती है तो हर मुसलमान का दिल खुशियों से भर जाता है।

लेकिन बहुत से लोग ईद की नमाज़ का सही तरीका भूल जाते हैं या कन्फ्यूज़ हो जाते हैं। तो अब टेंशन लेने की ज़रूरत नहीं यहां हम आपको ईद की नमाज़ का पूरा तरीका स्टेप-बाय-स्टेप गाइड बताएंगे।

इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप आसानी से ईद की नमाज़ अदा कर पाएंगे बस इस लेख को आखिर तक ध्यान से पढ़ें इंशाल्लाह सभी बातें समझ जाएंगे।


ईद की नमाज़ कितनी रकात होती है?

ईद की नमाज़ सिर्फ़ 2 रकात होती है, जिसमें छः जाइद तकबीरें शामिल होती हैं। यानी दोनों रकातें मिलाकर एक ही सलाम के साथ नमाज़ मुकम्मल होती है।


Eid Ki Namaz Ka Tarika – पहली रकात

  • सबसे पहले ईद की नमाज़ की नियत करें।
  • इमाम के अल्लाहु अकबर कहने पर हाथ बाँध लें।
  • नियत अगर याद न हो तो नीचे दी गई है पढ़ें।
  • सना सुब्हान क अल्लाहुम्मा… पढ़ें।
  • अब 3 जाइद तकबीरें होंगी।
    • पहली बार अल्लाहु अकबर कहकर हाथ उठाकर छोड़ दें।
    • दूसरी बार भी यही करें।
    • तीसरी बार अल्लाहु अकबर कहकर हाथ बाँध लें।
  • इसके बाद इमाम:
    • तआव्वुज़ अऊजूबिल्लाह… पढ़ेंगे।
    • फिर तस्मियह बिस्मिल्लाह… पढ़ेंगे।
    • फिर सूरह फातिहा और कोई सूरह पढ़ेंगे।
  • इसके बाद रुकूअ, सज्दा और बाकी अरकान वैसे ही होंगे जैसे आम नमाज़ में होते हैं।
  • इसके बाद अल्लाहु अकबर पे दूसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं।

Eid Ki Namaz Ka Tarika – दूसरी रकात

  • दूसरी रकात में भी:
    • तआव्वुज़ और तस्मियह पढ़ी जाएगी।
    • सूरह फातिहा और कोई सूरह पढ़ी जाएगी।
  • इसके बाद 3 जाइद तकबीरें होंगी:
    • पहली बार हाथ उठाकर छोड़ना है।
    • दूसरी बार भी यही करना है।
    • तीसरी बार भी हाथ उठाकर छोड़ देना है।
  • चौथी बार अल्लाहु अकबर कहकर बिना हाथ उठाए रुकूअ में चले जाना है।
  • इसके बाद रुकूअ, सज्दा करके तशह्हुद, दुरूदे इब्राहीम और दुआ ए मसुरा पढ़ें
  • अब इमाम के अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कहने पर दोनों तरफ सलाम फेर दें।

इसी तरह आपकी 2 रकात ईद की नमाज़ मुकम्मल हो जाएगी। इसके बाद खुतबा होगा, जिसे चुपचाप बैठकर सुनना सुन्नत है।


ईद की नमाज़ की नियत

हिंदी में नियत:

नियत की मैंने 2 रकात नमाज़ ईदुल फितर की वाजिब, जाइद छः तकबीरों के वास्ते अल्लाह तआला के, मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ, अल्लाहु अकबर।

इमाम के पीछे नियत:

नियत की मैंने 2 रकात नमाज़ ईदुल फितर की वाजिब, जाइद छः तकबीरों के वास्ते अल्लाह तआला के, इस इमाम के पीछे, मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ, अल्लाहु अकबर।


ईद की नमाज़ पढ़ते समय ध्यान रखने योग्य बातें

  • नियत साफ़ रखें, सिर्फ़ अल्लाह के लिए।
  • जाइद तकबीरों को गड़बड़ न करें, वरना वसवसा आ सकता है।
  • खुतबे के वक्त बिल्कुल खामोश बैठें, बोलना या उठना मना है।
  • अगर कुछ भूल जाएं तो ग़म न करें, अल्लाह तआला नेक नियत पर अज्र देते हैं।

अंतिम लफ़्ज़

मेरे प्यारे भाइयों अब आप पूरी तरह जान गए होंगे कि ईद की नमाज़ कैसे अदा करनी है। अगर आपको कोई कन्फ्यूज़न हो तो कमेंट करके पूछें।

और इस आर्टिकल को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें ताकि हर मुसलमान सही तरीके से ईद की नमाज़ पढ़ सके। अल्लाह तआला हम सबकी इबादतें कुबूल फ़रमाए। ईद मुबारक!