Eid ul Adha Ki Namaz Ka Tarika | ईद-उल-अजहा की नमाज़ ऐसे पढ़ें!

ईद-उल-अजहा… कुर्बानी का दिन, मोहब्बत और तक़्वा का पैग़ाम। इस दिन मुसलमान पूरी दुनिया में अल्लाह की बारगाह में सज्दा करते हैं और कुर्बानी अदा करके हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की सुन्नत को ज़िंदा करते हैं।

लेकिन अक्सर लोगों के ज़ेहन में एक सवाल होता है – ईद-उल-अजहा की नमाज़ का सही तरीका क्या है? तो अब आपको कहीं और खोजने की ज़रूरत नहीं।

यहां हम आपको नियत से लेकर सलाम तक पूरी नमाज़ का आसान और साफ़ तरीक़ा बताएंगे। बस ध्यान से पढ़ें इसके बाद इंशा-अल्लाह आपको ईद की नमाज़ अदा करने में कोई मुश्किल नहीं होगी।


ईद-उल-अजहा की नमाज़ कितनी रकात है?

ईद-उल-अजहा की नमाज़ 2 रकात वाजिब होती है। दोनों रकातों में कुल 6 जाइद तकबीरें ज़्यादा तकबीरें होती हैं। आइए इसे स्टेप-बाय-स्टेप समझते हैं।


ईद-उल-अजहा की नमाज़ का तरीका – पहली रकात

  • सबसे पहले नियत करें।
  • इमाम साहब “अल्लाहु अकबर” कहेंगे, आप हाथ बांध लें।
  • नियत ना मालूम हो तो नीचे दी गई है।
  • अब सना सुब्हानक अल्लाहुम्मा… पढ़ें।
  • इसके बाद इमाम अल्लाहु अकबर कहेंगे।
    • पहली बार हाथ उठाकर छोड़ दें।
    • दूसरी बार भी हाथ उठाकर छोड़ दें।
    • तीसरी बार हाथ उठाकर बांध लें।
  • इसके बाद इमाम अऊज़ुबिल्लाह और बिस्मिल्लाह पढ़ेंगे।
  • फिर सूरह फातिहा और कोई सूरह या 3 आयत पढ़ी जाएगी।
  • अब अल्लाहु अकबर कहकर रुकूअ में जाएं।
  • रुकूअ में कम से कम 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
  • फिर समीअल्लाहु लिमन हमिदह कहते हुए उठें और रब्बना लक़ल हम्द कहें।
  • अब सज्दे में जाएं और 3 बार सुब्हान रब्बियल आला पढ़ें।
  • बैठें और फिर दूसरा सज्दा करें।
  • अब खड़े होकर दूसरी रकात शुरू करें।

ईद-उल-अजहा की नमाज़ का तरीका – दूसरी रकात

  • सबसे पहले इमाम तअव्वुज़ और तस्मिया पढ़ेंगे।
  • फिर सूरह फातिहा और कोई सूरह पढ़ी जाएगी।
  • अब 3 जाइद तकबीरें होंगी:
    • पहली बार हाथ उठाकर छोड़ दें।
    • दूसरी बार भी हाथ उठाकर छोड़ दें।
    • तीसरी बार भी हाथ उठाकर छोड़ दें।
  • चौथी बार अल्लाहु अकबर कहकर बिना हाथ उठाए रुकूअ में जाएं।
  • बाक़ी नमाज़ सामान्य नमाज़ की तरह पूरी करें।
  • आखिर में अत्तहियात, दुरूदे इब्राहीम और दुआ-ए-मसूरा पढ़ें।
  • फिर दाईं और बाईं तरफ सलाम फेरें।

इस तरह आपकी 2 रकात ईद-उल-अजहा की नमाज़ मुकम्मल हो जाएगी। इसके बाद ख़ुतबा होगा जिसे चुपचाप बैठकर सुनना है।


ईद-उल-अजहा की नमाज़ की नियत

हिंदी में:
नियत की मैंने 2 रकात नमाज़ ईद-उल-अजहा की वाजिब जाइद 6 तकबीरों के वास्ते अल्लाह तआला के, मेरा रुख काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।

इमाम के पीछे पढ़ने की नियत:
नियत की मैंने 2 रकात नमाज़ ईद-उल-अजहा की वाजिब जाइद 6 तकबीरों के वास्ते अल्लाह तआला के पीछे इस इमाम के, मेरा रुख काबा शरीफ की तरफ, अल्लाहु अकबर।


आख़िरी बात

अब आप आसानी से ईद-उल-अजहा की नमाज़ अदा कर सकते हैं। अगर किसी स्टेप में कन्फ़्यूजन हो तो कमेंट में ज़रूर पूछें।

और हां! इस नसीहत को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि दूसरे मुसलमान भाई-बहन भी सही तरीके से नमाज़ अदा कर सकें।

अगर हमसे कोई गलती रह गई हो तो हमें बताएं, इंशा-अल्लाह तआला हम सुधार करेंगे। याद रखिए – गलती इंसान से होती है।