Fajar Ki Namaz Ki Rakat | फजर की नमाज की रकात कितनी होती है?

क्या आप जानना चाहते हैं कि Fajar Ki Namaz Ki Rakat Kitni Hoti Hai और इसे सही तरीके से कैसे अदा किया जाता है? तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं!

यहां हम आपको बताएंगे फजर की नमाज की रकात, उसका सही तरतीब और सुन्नत व फर्ज का तरीका, आसान और इस्लामिक अंदाज़ में।

इस पूरे लेख को आख़िर तक ध्यान से पढ़ें, ताकि आप फजर की नमाज को रकात के साथ मुकम्मल और सही तरीके से अदा कर सकें, इंशा अल्लाह।


Fajar Ki Namaz Ki Rakat

फजर की नमाज में कुल 4 रकातें होती हैं जिनमें 2 रकात सुन्नत मुअक्कदा और 2 रकात फर्ज शामिल हैं।

नमाज का नामफजर की नमाज
कुल रकातें4 रकात
सुन्नत की रकातें2 रकात
फर्ज की रकातें2 रकात

Fajar Ki Namaz Ki Rakat Ka Tarika

फजर की नमाज की रकात पूरा करना बहुत आसान है:

  1. सबसे पहले 2 रकात सुन्नत मुअक्कदा पढ़ें।
  2. उसके बाद 2 रकात फर्ज जमात के साथ या अकेले अदा करें।

कुल मिलाकर 4 रकात में आपकी फजर की नमाज मुकम्मल हो जाती है।


फजर की नमाज में कितनी रकात सुन्नत होती है?

फजर की नमाज में 2 रकात सुन्नत मुअक्कदा होती है, जो नबी ﷺ की बहुत प्यारी सुन्नत है। रसूलुल्लाह ﷺ ने फरमाया:

फजर की दो रकात सुन्नत दुनिया और जो कुछ उसमें है, उससे बेहतर हैं। (सहीह मुस्लिम)

जब फजर का वक्त हो जाए या अज़ान की आवाज़ कानों तक पहुंचे, तो सबसे पहले इन 2 रकात सुन्नत को अदा करें।

पुरुष मस्जिद में अदा करें और महिलाएं घर पर। मस्जिद में सुन्नत पढ़ने के बाद जमात में फर्ज अदा करें — यही सुन्नते रसूल ﷺ है।


फजर की नमाज में कितनी रकात फर्ज होती है?

फजर की नमाज में 2 रकात फर्ज होती है। इस 2 रकात को एक सलाम में पूरा करना होता है।

पुरुषों के लिए इसे मस्जिद में जमात के साथ पढ़ना अफ़ज़ल है। महिलाओं के लिए घर में अदा करना बेहतर है।


फजर की नमाज में नफ्ल कितनी होती है?

फजर की नमाज में नफ्ल रकात का कोई विशेष हुक्म नहीं है। लेकिन अगर कोई बंदा अतिरिक्त नफ्ल नमाज पढ़ना चाहे, तो यह अल्लाह की रज़ा हासिल करने का ज़रिया है।

याद रखें — फजर का वक्त मकरूह समय नहीं है जब तक सूरज निकल न आए, इसलिए फजर के वक्त सिर्फ सुन्नत और फर्ज ही अदा करें।


अगर जमात शुरू हो चुकी हो तो क्या करें?

अगर आप मस्जिद में पहुंचे और फर्ज की जमात शुरू हो चुकी हो, तो पहले फर्ज की जमात में शामिल हो जाएं।

बाद में, अगर वक्त रहे, तो सुन्नत की दो रकात बाद में अदा कर सकते हैं। यह तरीका शरीअत में भी जायज़ है।


FAQs

फजर की नमाज कितनी रकात की होती है?

कुल 4 रकात — 2 सुन्नत और 2 फर्ज।

फजर की सुन्नत कब पढ़नी चाहिए?

अज़ान के बाद और फर्ज से पहले।

अगर जमात शुरू हो जाए तो क्या करें?

पहले फर्ज जमात के साथ अदा करें, फिर सुन्नत बाद में पढ़ें।

क्या फजर में नफ्ल पढ़ना ज़रूरी है?

नहीं, लेकिन नफ्ल इख्तियारी है और सवाब वाला अमल है।


अंतिम लफ्ज़

अब आप अच्छी तरह समझ गए होंगे कि Fajar Ki Namaz Ki Rakat Kitni Hoti Hai और किस क्रम में अदा करनी चाहिए। हमारी कोशिश रही कि आपको यह इल्म आसान, साफ़ और इस्लामिक अंदाज़ में मिले।

अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों, घरवालों और सोशल मीडिया पर शेयर करें — ताकि सबको फजर की नमाज का सही इल्म और सवाब हासिल हो सके।