नमाज़ हर मोमिन की ज़िंदगी का सबसे अहम हिस्सा है। फ़र्ज़ और सुन्नत के अलावा नफ़िल नमाज़ भी बहुत बड़ा सवाब और बरकत लेकर आती है।
लेकिन अक्सर लोग यह सोचकर परेशान हो जाते हैं कि नफिल नमाज़ की नियत कैसे करें?अगर आप भी यही जानना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है।
यहां हम आपको नफिल नमाज़ की नियत हिंदी और अरबी दोनों में बताएंगे, साथ ही नियत बांधने और नमाज़ शुरू करने का सही तरीका भी। तो आइए शुरू करते हैं—
Nafil Namaz Ki Niyat
सबसे पहले यह जान लें कि नफिल नमाज़ हमेशा 2 रकात की नियत से पढ़ी जाती है।
नफिल नमाज़ की नियत हिंदी में
नियत की मैंने 2 रकात नमाजे नफ़्ल की वास्ते अल्लाह तआला के, मुंह मेरा काअबा शरीफ़ की तरफ, अल्लाहु अकबर।
नफिल नमाज़ की अरबी नियत
نويت ان اصلي لله تعالى ركعتين صلاة النفل متوجها الى جهة الكعبة الشريفة الله اكبر
Nawaitu-an Usalliya Lillahi Ta‘ala Rak‘atay Salatee Nafli Mutawajjihan ila Jihatil Ka‘batish Sharifati Allahu Akbar.
Nafil Namaz Ki Niyat Kaise Kare?
नफिल नमाज़ की नियत करना बहुत आसान है। बस इन स्टेप्स को फॉलो करें:
- सबसे पहले वुज़ू करके साफ़-सुथरी जगह या मस्जिद में खड़े हो जाएं।
- काबा शरीफ़ की तरफ अपना रुख करें।
- दिल से नियत करें जुबां से पढ़ना बेहतर है।
- लेकिन अगर न पढ़ सकें तो दिल में नियत करना भी काफ़ी है।
- नियत करने के बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए दोनों हांथों को उठाएं।
औरतों के लिए तरीका
- हाथों को कांधे तक उठाएं।
- फिर हाथों को सीने पर ला कर दाहिने हाथ को बाएं हाथ के ऊपर रखें।
मर्दों के लिए तरीका
- हाथों को कान तक उठाएं, कान की लोब छू लें।
- फिर हाथों को नाफ के नीचे आप बांधें।
अंतिम बात
अब आपने नफिल नमाज़ की नियत हिंदी और अरबी दोनों में सीख ली है। साथ ही नियत करने और हाथ बांधने का सही तरीका भी समझ गए होंगे।
याद रखिए—नफिल नमाज़ पढ़ना अल्लाह की रज़ामंदी और रहमत हासिल करने का बेहतरीन ज़रिया है। अगर आपको यह जानकारी फायदेमंद लगी हो तो इसे अपने के साथ ज़रूर शेयर करें।