रमज़ान का महीना बरकतों और रहमतों से भरा होता है। इसमें आख़िरी अशरा सबसे ज्यादा फ़ज़ीलत वाला माना गया है। इन्हीं रातों में एक ऐसी मुबारक रात आती है जिसे लैलतुल क़द्र कहा जाता है।
क़ुरआन पाक में अल्लाह तआला ने साफ़ फ़रमाया है लैलतुल क़द्र हज़ार महीनों से बेहतर है। यानी शब ए क़द्र की इबादत हज़ार महीनों की इबादत से भी अफ़ज़ल है।
अब सवाल ये है कि इस मुबारक रात की नमाज़ कैसे अदा की जाए? इस आर्टिकल में हम आपको आसान लफ़्ज़ों में शब-ए-क़द्र की नमाज़ का सही तरीका, नियत, रकात और बाद की दुआएं बताएंगे।
Shab e Qadr Ki Namaz Ka Tarika
शब ए क़द्र की नमाज़ नफ़्ल नमाज़ होती है। इसमें 2 रकात, 4 रकात, 12 रकात, यहां तक कि 100 रकात तक पढ़ी जाती है। जितनी ज़्यादा रकात पढ़ेंगे, उतनी ही नेकी और अज्र मिलेगा इंशाअल्लाह।
Shab E Qadr Ki 2 Rakat Namaz Ka Tarika
पहली रकात
- नियत करें और तकबीर कहकर हाथ बांधें।
- सना सुब्हान क अल्लाहुम्मा… पढ़ें।
- तअव्वुज़ अऊज़ु बिल्लाहि मिनश्शैतानिर्रजीम पढ़ें।
- तस्मियह बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम पढ़ें।
- सूरह फातिहा पढ़ें और आहिस्ते से आमीन कहें।
- इसके बाद सूरह क़द्र 3 बार पढ़ें।
- फिर सूरह इख़लास 5 बार पढ़ें।
- अब रुकूअ में जाएं और 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम कहें।
- समिअल्लाहु लिमन हमिदह कहकर उठें और रब्बना लकल हम्द कहें।
- अब सज्दे में जाएं और 3 बार सुब्हान रब्बियाल अ’ला कहें।
- अल्लाहु अकबर कहकर उठें और बैठें।
- दूसरा सज्दा करें और 3 बार सुब्हान रब्बियाल अ’ला पढ़ें।
- यहां तक पहली रकात मुकम्मल हो गई।
दूसरी रकात
- अल्लाहु अकबर कहकर दूसरी रकात के लिए खड़े हों।
- तअव्वुज़ और तस्मियह पढ़ें।
- सूरह फातिहा पढ़ें और आहिस्ते से आमीन कहें।
- इसके बाद सूरह क़द्र 3 बार और सूरह इख़लास 5 बार पढ़ें।
- अब रुकूअ में जाएं और 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम कहें।
- समिअल्लाहु लिमन हमिदह कहकर उठें और रब्बना लकल हम्द कहें।
- सज्दे में जाएं और 3 बार सुब्हान रब्बियाल अ’ला पढ़ें।
- फिर दूसरा सज्दा करें और 3 बार सुब्हान रब्बियाल अ’ला पढ़ें।
- इसके बाद तशह्हुद अत्तहिय्यात पढ़ें।
- ला पर पहुंचकर दाहिने हाथ की शहादत की उंगली उठाएं।
- और इल्लल्लाह पर गिरा दें।
- फिर दुरूद-ए-इब्राहीमी और दुआ-ए-मासूरा पढ़ें।
- आखिर में सलाम फेरें:
- दाहिने तरफ़ अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह
- फिर बाएं तरफ़ अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह
- इस तरह 2 रकात वाली शब ए क़द्र की नमाज़ मुकम्मल हो गई।
नमाज़ मुकम्मल करने के बाद 17 मरतबा सूरह इख़लास पढ़ें। इसके बाद सिर झुका कर दिल से गुनाहों की मग़फ़िरत की दुआ करें। याद रखिए! यह नमाज़ इसी मक़सद से पढ़ी जाती है।
अब आईए जानते हैं शब-ए-क़द्र की 4 रकात वाली नमाज़ का सही तरीका। जी हां! इस नमाज़ की फ़ज़ीलत बहुत बड़ी है। रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया कि लैलतुल क़द्र में की गई इबादत, हज़ार महीनों से अफ़ज़ल है।
Shab E Qadr Ki 4 Rakat Namaz Ka Tarika
पहली रकात
- नियत करें और हांथ बांध लें।
- सना सुब्हान क अल्लाहुम्मा… पढ़ें।
- तअव्वुज़ और तस्मियह पढ़ें।
- सूरह फातिहा पढ़ें और आमीन कहें।
- फिर सूरह क़द्र 1 बार और सूरह इख़लास 15 बार पढ़ें।
- रुकूअ, सज्दा उसी तरह अदा करें जैसा ऊपर बताया।
दूसरी रकात
- तअव्वुज़ और तस्मियह पढ़ें।
- सूरह फातिहा पढ़ें और आमीन कहें।
- फिर सूरह क़द्र 1 बार और सूरह इख़लास 15 बार पढ़ें।
- रुकूअ करें और 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
- उठकर रब्बना लकल हम्द कहें।
- सज्दा करें और 3 बार सुब्हान रब्बियल अ’ला पढ़ें।
- दूसरा सज्दा करने के बाद तशह्हुद पढ़ें।
- शहादत की उंगली उठाएं और गिराएं।
- फिर दुरूद-ए-इब्राहीमी और दुआ-ए-मासूरा पढ़ें।
- अब तीसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं।
तीसरी रकात
- सना पढ़ें।
- तअव्वुज़ और तस्मियह पढ़ें।
- सूरह फातिहा पढ़ें और आमीन कहें।
- फिर सूरह क़द्र 1 बार और सूरह इख़लास 15 बार पढ़ें।
- रुकूअ और सज्दा उसी तरह अदा करें।
- सज्दे के बाद चौथी रकात के लिए खड़े हो जाएं।
चौथी रकात
- तअव्वुज़ और तस्मियह पढ़ें।
- सूरह फातिहा पढ़ें और आमीन कहें।
- फिर सूरह क़द्र 1 बार और सूरह इख़लास 15 बार पढ़ें।
- रुकूअ और सज्दा करें।
- दूसरे सज्दे के बाद तशह्हुद पढ़ें।
- शहादत की उंगली उठाएं और गिराएं।
- फिर दुरूद-ए-इब्राहीमी और दुआ-ए-मासूरा पढ़ें।
- आखिर में सलाम फेरें दाहिने और बाएं तरफ।
- इस तरह 4 रकात वाली शब ए क़द्र की नमाज़ मुकम्मल हो गई।
Shab E Qadr Ki Namaz Ka Mukammal Tarika
सबसे पहले 12 रकात 4–4 रकात करके अदा करें। फिर 2 रकात सबसे टॉप वाला पढ़ें, इसके बाद 2 रकात नफ़्ल अदा करें जिसमें सूरह फातिहा के बाद हर रकात में सूरह अलम नशरह 1 बार और सूरह इख़लास 3 बार पढ़ें।
इसके बाद 27 बार सूरह क़द्र पढ़ें और दुआ करें। अगर ताक़त और हिम्मत हो तो 100 रकात भी पढ़ें हर रकात में सूरह फातिहा के बाद 1 बार सूरह क़द्र और 3 बार सूरह इख़लास पढ़ें। हर 2 रकात पूरी करने के बाद 10 बार सूरह इख़लास पढ़ें।
Shab E Qadr Ki Namaz Ki Niyat
2 रकात के लिए:
नियत की मैंने 2 रकात नफ़्ल नमाज़ शब ए क़द्र की, अल्लाह तआला की खातिर, रुख मेरा काबा शरीफ़ की तरफ, अल्लाहु अकबर
4 रकात के लिए:
नियत की मैंने 4 रकात नफ़्ल नमाज़ शब ए क़द्र की, अल्लाह तआला की खातिर, रुख मेरा काबा शरीफ़ की तरफ, अल्लाहु अकबर
Shab E Qadr Ki Namaz Ki Rakat
- सबसे पहले 12 रकात 4–4 रकात करके तीन सलाम में
- इसके बाद 2 रकात नफ़्ल
- फिर 2 रकात नफ़्ल
- और फिर 100 रकात 2–2 रकात करके
ध्यान रखें: शब ए क़द्र में रकात फिक्स नहीं हैं। जितनी पढ़ेंगे, उतना सवाब और नेकी हासिल होगी।
Shab E Qadr Ki Dua
हदीस में हज़रत आयशा रज़ि अल्लाहु अन्हा फ़रमाती हैं कि उन्होंने रसूलुल्लाह ﷺ से पूछा: अगर मैं शब ए क़द्र की रात पा जाऊं तो क्या दुआ करूं? तो आप ﷺ ने फ़रमाया:
अल्लाहुम्मा इन्नका अफुव्वुन तुहिब्बुल अफ़वा फअफ़ु अन्नी।
आख़िरी बातें
शब ए क़द्र की रात हमें अल्लाह के करीब होने और अपने गुनाहों की माफ़ी मांगने का बेहतरीन मौक़ा देती है। कोशिश करें कि इस रात को नमाज़, तिलावत, तस्बीह और दुआओं में गुज़ारें।
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